ये हैं देश के 10 सबसे अमीर मंदिर जिनमें हर साल आता है करोड़ों का चढ़ावा

पद्मनाभस्वामी मंदिर की कुल संपत्ति 1,20,000 करोड़ रुपये बताई जाती है। यह मंदिर की वार्षिक आय लगभग 300 करोड़ रुपये है। मंदिर की आय का मुख्य स्रोत चढ़ावा, दान और पर्यटन है। 

पद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल

श्रीजगन्नाथ पुरी मंदिर, पुरी  की नेट वर्थ ₹150 करोड़ है। मंदिर के पास 30,000 एकड़ भूमि भी है, जो इसकी संपत्ति में योगदान करती है। मंदिर का मुख्य आय स्रोत तीर्थयात्रियों और दान से है। मंदिर हर साल लगभग 350,000 तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। 

श्रीजगन्नाथ पुरी मंदिर, पुरी

तिरुपति बालाजी मंदिर, आंध्र प्रदेश, भारत में स्थित भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित एक हिंदू मंदिर है। यह दुनिया का सबसे धनी मंदिर है, जिसकी कुल संपत्ति 2.5 लाख करोड़ रुपये (34 अरब डॉलर) से अधिक है। 

तिरूपति बालाजी मंदिर, आंध्र प्रदेश

मंदिर की संपत्ति का मूल्य 6 करोड़ रुपये से अधिक है। यह मूल्य मंदिर के भौतिक संपत्ति, जैसे भूमि, भवन और संग्रहालयों के मूल्य के आधार पर निर्धारित किया गया है। 

मीनाक्षी मंदिर, मदुरै

मंदिर की कुल संपत्ति का अनुमान लगभग 10,000 करोड़ रुपये (1.4 बिलियन डॉलर) है। यह भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक बनाता है। 

श्री वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू

शिरडी साईं बाबा मंदिर, महाराष्ट्र के नासिक में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह साईं बाबा को समर्पित है, जो एक प्रसिद्ध हिंदू संत थे। मंदिर की स्थापना 1858 में हुई थी और यह साईं बाबा के दर्शन करने के लिए दुनिया भर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। मंदिर की संपत्ति का अनुमान 2023 में 15,000 करोड़ रुपये से अधिक है। इस संपत्ति में भूमि, भवन, मंदिर की संपत्ति और दान शामिल हैं। मंदिर की आय मुख्य रूप से चढ़ावे, दान और तीर्थयात्रियों द्वारा खरीदी गई वस्तुओं से होती है।

शिरडी साईं बाबा मंदिर, नासिक

गिरुवयूर मंदिर की कुल संपत्ति का अनुमान लगभग 2,500 करोड़ रुपये है। 

गिरुवयूर मंदिर, केरल

स्वर्ण मंदिर, अमृतसर, भारत का सबसे अमीर मंदिर है। इसकी नेट वर्थ 90,000 करोड़ रुपए (12.5 बिलियन डॉलर) के आसपास है। इस मंदिर की संपत्ति में सोने और चांदी के आभूषण, हीरे, मोती और अन्य रत्न, भूमि और अन्य संपत्ति शामिल हैं। 

स्वर्ण मंदिर, अमृतसर

दिर की वार्षिक आय लगभग 245 करोड़ रुपये है। इस आय का उपयोग मंदिर के रखरखाव, प्रबंधन और पूजा-अर्चना के लिए किया जाता है। मंदिर के पास कुछ संपत्तियां भी हैं, जिनसे आय होती है। इस प्रकार, सबरीमाला मंदिर की कुल संपत्ति लगभग 245 करोड़ रुपये है।

सबरीमाला मंदिर, केरल

मंदिर की संपत्ति का अनुमान लगभग 125 करोड़ रुपये है। इस संपत्ति में सोने और चांदी के आभूषण, भूमि, बैंक जमा और अन्य संपत्तियां शामिल हैं। मंदिर को हर साल लाखों रुपये का दान मिलता है, 

सिद्धि विनायक मंदिर, मुंबई

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